चित्तौडगढ़। जैसलमेर में हुए बस हादसे के मामले में तार चित्तौड़गढ़ से भी जुड़े हुए हैं। चित्तौड़गढ़ प्रादेशिक परिवहन अधिकारी कार्यालय में बस का पंजीयन हुआ था। ऐसे में जांच की सुई चित्तौड़गढ़ पर भी टिकी हुई है, जिसके चलते अब सदर थाना पुलिस का जाप्ता परिवहन विभाग कार्यालय पहुंचा, जहां से उन्होंने दस्तावेज के अलावा सीसी टीवी कैमरों के डीवीआर को भी जब्त कर लिया है। इस संबंध में अनुसंधान जारी है। मुख्यालय के निर्देश पर आगे अनुसंधान किया जाएगा। जैसलमेर में मंगलवार को एक बस हादसे में अब तक 21 लोगों की मौत हो चुकी है। एसी बस में आग लगी थी, जिसका पंजीयन चित्तौड़गढ़ परिवहन अधिकारी कार्यालय से हुआ था। ऐसे में आरोप लग रहे हैं कि नियम विरुद्ध इस बस का पंजीयन किया गया था। इसी के चलते परिवहन मुख्यालय ने कार्यवाहक डीटीओ सुरेन्द्रसिंह गहलोत तथा सहायक प्रशासनिक अधिकारी चुन्नीलाल को निलंबित कर दिया था। वहीं अब गुरुवार को पुलिस की ओर से जांच आगे बढ़ाई गई है। चित्तौड़गढ़ सदर थानाधिकारी निरंजन प्रताप सिंह मय जाप्ते के साथ प्रादेशिक परिवहन अधिकारी कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने प्रादेशिक परिवहन अधिकारी नेमीचंद पारीक तथा जिला परिवहन अधिकारी नीरज शाह से जानकारी लेने के बाद बस से जुड़े महत्वपूर्ण दस्तावेज के अलावा सीसी टीवी कैमरों के डीवीआर को जप्त कर सदर थाने ले जाया गया, जहां आगे जांच होगी। हालांकि इस मामले की जांच चित्तौड़ एसीबी भी कर रही है। सदर थाना प्रभारी निरंजन प्रताप सिंह ने बताया कि उच्च अधिकारियों के निर्देश पर परिवहन अधिकारी कार्यालय पहुंच कर जांच की, यहां से डीवीआर जप्त कर लिया है। उच्च अधिकारियों के निर्देश पर जांच कर रिपोर्ट बना कर आगे भेजी जाएगी।

दो दिन से पसरा है सन्नाटा
परिवहन मुख्यालय के निर्देश पर हुई कार्रवाई के बाद चित्तौड़गढ़ परिवहन अधिकारी विभाग कार्यालय में 2 दिन से हड़कंप मचा हुआ है। दो दिन से विभाग में यहां आने वाले लोगों के सभी काम पूरी तरीके से नहीं हो पा रहे हैं। अन्य दिनों के मुकाबले सन्नाटा पसरा हुआ है। वहीं पुलिस के आने के बाद हड़कंप मच गया।
104 बसों के बनाए चालान
परिवहन विभाग के निर्देश पर बुधवार रात और गुरुवार को ट्रावेल्स बसों की जांच की है। इसमें तीन टोल नाकों के अलावा विभिन्न मार्गों पर नाके लगाए। इस दौरान बस हादसे के मालिक चुराब अली की निम्बाहेड़ा से एक ओर बस को जब्त करने के साथ ही करीब 104 बसों के चलान बना कर 1 लाख 90 हजार रुपए का जुर्माना वसूल किया। मुख्यालय से जो निर्देश मिले है इसके अनुसार कार्यवाही की जा रही है। इसमें परमिट शर्तों की अवहेलना, डिक्की में यात्री बैग के स्थान पर गुड्स भरा होने के साथ नियमों से परे चल रही बसों के चालान बनाये गये। प्रादेशिक परिवहन अधिकारी, जिला परिवहन अधिकारी के अलावा पूरा स्टाफ इस जांच में लगा हुआ था। जिला परिवहन अधिकारी नीरज शाह ने बताया कि मुख्यालय के निर्देश पर ट्रावेल्स बसों की जांच को लेकर अभियान चलाया गया। 104 बसों के चालान बना कर 1 लाख 90 हजार रुपए का जुर्माना वसूल किया है, यह कार्यवाही मुख्यालय के अग्रिम आदेश तक निरंतर जारी रहेगी।
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