बौद्धिक दिव्यांग एवं बाल गृह आवासित अभिरुचि शिविर का समापन
Develop suitable environment for the disabled: District Collector
चित्तौड़गढ़। जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र परिसर में चल रहे बौद्धिक दिव्यांग एवं बाल गृह आवासित अभिरुचि शिविर का बुधवार को समापन हुआ। समापन समारोह को संबोधित करते हुए जिला कलक्टर आलोक रंजन ने कहा कि दिव्यांगों के लिए किस प्रकार से माकूल वातावरण और सुविधाएं विकसित की जा सके। हमें इस पर कार्य करने की आवश्यकता है ताकि सभी समानता के अधिकार के साथ स्वतंत्र वातावरण में जी सकें। उन्होंने दिव्यांगों बच्चों द्वारा लगाई गई कला प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया
कार्यक्रम में पूर्व उप जिला प्रमुख मिट्ठू लाल जाट ने कहा कि दिव्यांगों में आत्मबल और वैचारिक शक्ति का विकास करना समाज के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इस अवसर पर दिव्यांग बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। जिला कलक्टर आलोक रंजन और पूर्व उप जिला प्रमुख मिट्ठू लाल जाट ने बच्चों को सम्मानित किया। समापन समारोह में बाल अधिकारिता विभाग के संयुक्त निदेशक ओमप्रकाश तोषनीवाल, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक आशिन शर्मा, बाल कल्याण समिति चेयरमैन प्रियंका पालीवाल, स्वाति, मोनिका सहित जन प्रतिनिधि, अधिकारी, भगवती सेवा एवं शिक्षण संस्थान के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन रामगोपाल ओझा ने किया।

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