राजकार्य में बाधा पहुंचाने के मामले में था एक साल से फरार,
आरोपी के खिलाफ कुल 28 मामले पंजीबद्व
चित्तौड़गढ़। डीएसटी ने पुलिस थाना बेंगू अन्तर्गत उपकारागार पर राजकार्य में बाधा पहुंचाने के मामले में एक साल से फरार चल रहे पांच हजार रुपये के इनामी बदमाश को गिरफ्तार किया है।
पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी ने बताया कि जिले के ईनामी एवं वांछित अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु जिला विशेष टीम व समस्त थानाधिकारियों को विशेष निर्देश दिए।
इसी क्रम में जिला विशेष टीम में पदस्थापित ललित सिंह को जरिये मुखबिर सूचना मिली की पुलिस थाना बेंगू के एक प्रकरण में फरार इनामी अपराधी मण्डावरी निवासी महेंद्र पुत्र रामेश्वर कंजर गिरफ्तारी से बचने के लिए गांव के आसपास के इलाकों में छिपता फिर रहा है जो बेंगू की तरफ आने वाला है। जिला विशेष टीम ने उक्त सूचना से बेंगू थाना पुलिस को अवगत कराया जिस पर थाने से एएसआई हरिराम जाप्ते सहित पिपली तिराहे पर पहुंचे जहां महेन्द्र कंजर दिखाई दिया जिसने पुलिस टीम को देखकर भागने का प्रयास किया जिसे पुलिस जाप्ते ने बड़ी मुश्किल से पीछा करके पकड़ा। पुलिस ने पूछताछ के बाद इनामी बदमाश को गिरफ्तार कर लिया।
इस मामले में था फरार
दिनांक 21.03.2023 को तत्कालिन उपकारापाल उपकारागार बेंगू गोपाल सिंह ने पुलिस थाना बेंगू पर रिपोर्ट दी कि मण्डावरी निवासी कमल पुत्र सुण्डा कंजर व महेंद्र पुत्र रामेश्वर कंजर दोनों जेल में निरुद्ध अशोक पुत्र रामदेवा कंजर व सहदेव पुत्र भरतरी से मिलने के लिए आये थे, मुलाकात करने आये उक्त दोनों व्यक्तियों ने राइफल धारी संतरी हनुमान मीणा के साथ छिनाछपटी कर राजकार्य में बाधा उत्पन्न की। उक्त प्रकरण में पुलिस ने कमल पुत्र सुण्डा कंजर को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था, किन्तु महेंद्र गिरफ्तारी से बचने के लिए छुपता फिर रहा था। जिस पर पुलिस अधीक्षक कार्यालय से आरोपी की गिरफ्तारी पर पांच हजार रुपये का ईनाम घोषित किया गया ।
आरोपी के खिलाफ कुल 28 मामले पंजीबद्व है
आरोपी महेंद्र कंजर पर जिले के बेंगू, पारसोली व बस्सी थाने के अलावा भीलवाड़ा व पाली जिले के विभिन्न थानों पर कुल 28 मामले दर्ज हैं। जिनमें से 2 मामलों में न्यायालय द्वारा सजा सुनाई जा चुकी है एवं 22 मामले न्यायालय में विचाराधीन हैं वहीं एक मामले में अनुसंधान चल रहा है।
गिरफ़्तार करने वाली टीम
गोरधन सिंह प्रभारी जिला विशेष टीम, हरिराम सहायक उपनिरीक्षक, कांस्टेबल ललित सिंह, पिन्टुराम व विष्णु प्रसाद शामिल है।