Royal ride out on Mahashivratri,
Welcome to Hazareshwar Mahadev Temple.
चित्तौड़गढ़। महाशिवरात्रि महोत्सव के तहत सर्व हिंदू समाज की और से बाबा महाकाल की शाही सवारी का आयोजन जिला मुख्यालय पर किया गया। महाशिवरात्रि के उपलक्ष में इस तरह का पहला अनूठा आयोजन देखने को मिला है। यह शाही सवारी चित्तौड़ दुर्ग के प्रवेश द्वार पाडनपोल से रवाना हुई, जो हजारेश्वर महादेव मंदिर पहुंची। यहां शाही सवारी का स्वागत कर प्रसाद वितरण किया।
शहर में पावटा चौक स्थित हजारेश्वर महादेव मंदिर में महंत चंद्रभारती महाराज के निर्देशन में सुबह से विभिन्न धार्मिक आयोजन हुए। महाशिवरात्रि पर सुबह अभिषेक का आयोजन हुआ तथा दिन भर
श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ आने का क्रम जारी रहा। पूरे दिन श्रद्धालुओं ने हजारेश्वर महादेव का जलाभिषेक कर आशीर्वाद लिया। भगवान को बिल पत्र और पुष्प चढ़ाए। शाम को महाशिवरात्रि महोत्सव के तहत दुर्ग स्थित पाडनपोल से बाबा महाकाल की शाही सवारी रवाना हुई। यह शहर में विभिन्न मार्गों से होते हुए गुजरी। विभिन्न स्थानों पर बाबा महाकाल की शाही सवारी का पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। देर शाम हजारेश्वर महादेव मंदिर पहुंचने पर महंत चंद्रभारती महाराज के निर्देशन में शाही सवारी का स्वागत किया गया। मंदिर में शाम को हजारेश्वर महादेव का विशेष श्रृंगार किया गया। महंत चंद्रभारती ने महाआरती की। बाद में श्रद्धालुओं को प्रसाद का वितरण भी किया गया।
महाशिवरात्रि के उपलक्ष में शुक्रवार रात चारों ही पहर अभिषेक हुवे। महाशिवरात्रि को लेकर मंदिर में चित्तौड़गढ़ जिले सहित अन्य राज्यों से भी श्रद्धालु पहुंचे और पूजा अचर्ना की। मंदिर के आचार्य श्रवण सामवेदी ने बताया कि पंडित विष्णु शमार्, शिव शमार्, जुगल किशोर, पवन शमार्, सुरेश सहित अन्य पंडितों ने अभिषेक किए।