चित्तौड़गढ़। वित्त विभाग द्वारा एकीकृत वित्तीय प्रबन्धन प्रणाली के अन्तर्गत ऑटोमेशन युक्त पारदर्शिता, सुगमता एवं शुद्धता स्थापित करने हेतु आई.एफ.एम.एस 3.0 विकसित किया जा रहा है। इसके अन्तर्गत बजट, पेंशन (प्रथम भुगतान), केन्द्र प्रवर्तित योजना संचालन (SNA-SPARSH), Earned salary advance access इत्यादि प्रक्रियाएँ संचालित की जा रही है।
कोषाधिकारी चितौडगढ दिग्विजय सिंह झाला ने जानकारी देते हुए बताया कि आई.एफ. एम.एस 3.0 के माध्यम से कार्मिकों के मास्टर डेटा संधारण, रजिस्ट्रेशन, रजिस्ट्रेशन, संवेतन बिल जनरेशन, कोष प्रणाली, ई-भुगतान, कार्यालयाध्यक्ष घोषित करने की प्रक्रियाएँ भी विकसित कर उनका संचालन दिनांक 01.02.2024 से प्रारम्भ किया जा रहा है।
आई.एफ.एम.एस 3.0 पर उपलब्ध कार्मिकों के डेटा एवं माह जनवरी 2024 देय माह फरवरी 2024 के जनरेटेड संवेतन बिलों से कार्मिकों के डाटा का सत्यापन कार्य कार्यालयाध्यक्ष स्तर पर किया जाना अपेक्षित है। इसी के आधार पर आगामी माह के संवेतन बिलों की वित्त विभाग द्वारा निर्धारित प्रक्रियानुसार आई.एफ.एम.एस 3.0 पर आवश्यक कार्यवाही का सम्पादन किया जावेगा। निजी निक्षेप खातो से संवेतन बिल बनाये जाने की प्रक्रिया आई.एफ.एम.एस 3.0 पर दिनांक 01.04.2024 से उपलब्ध होगी।
आई.एफ.एम.एस 3.0 की प्रक्रिया के सम्बन्ध में कोषालयों एवं उनके अधीनस्थ आहरण वितरण अधिकारियों के लिए दिनांक 01-02 फरवरी एवं 05 से 09 फरवरी 2024 को ऑनलाईन प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। जिसका लिंक कोषालय / उप कोषालय द्वारा उपलब्ध करा दिया जावेगा। चित्तौडगढ जिले के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम हेतु निर्धारित दिनांक को दोपहर बाद 3.00 बजे से 4.00 बजे तक एवं 4.30 बजे से 5.30 बजे तक निदेशालय स्तर से प्रशिक्षण आयोजित किया जावेगा।
कोषाधिकारी झाला ने सभी कार्यालयाध्यक्षों एवं आहरण वितरण अधिकारियों को निर्धारित ऑनलाईन प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लेकर आई.एफ. एम.एस 3.0 से सम्बन्धित प्रक्रिया / कार्मिकों को डाटा की गहन जाँच एवं सत्यापन सुनिश्चित करने हेतु अनुरोध किया है।
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