26 साल बाद चंद्रमा के नजदीक दो बड़े ग्रह, नंगी आंखों से देखा जा सकेगा: डॉ. मृत्युञ्जय तिवारी

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चित्तौड़गढ़। नवसंवत्सर-2080 से पहले शुक्रवार को सूर्यास्त के बाद पश्चिम दिशा में चंद्रमा के नजदीक दो बड़े ग्रह शुक्र और गुरु एक साथ अलग-अलग रूप में दिखेंगे। दरअसल अंतरिक्ष में ये दोनों ग्रह नजदीक आ गए हैं तथा फिलहाल इनके मीन राशि में आने से देशवासी बिना टेलीस्कोप से इन्हें देख सकेंगे। श्री कल्लाजी वैदिक विश्वविद्यालय के ज्योतिष विभागाध्यक्ष डॉ मृत्युञ्जय तिवारी ने बताया कि ऐसी खगोलीय घटना तकरीबन 26 साल में एक बार होती है। इसी कारण से इन दिनों सूर्यास्त के बाद पश्चिम दिशा में चंद्रमा के नजदीक दो बड़े ग्रह शुक्र और गुरु एक साथ अलग-अलग रूप में दिखाई दे रहे हैं। वस्तुत: अंतरिक्ष में ये दोनों ग्रह नजदीक आ गए हैं तथा वर्तमान में इनके मीन राशि में आने से देशवासी बिना टेलीस्कोप से इन्हें देख सकेंगे। श्री कल्लाजी वैदिक विश्वविद्यालय के ज्योतिष विभागाध्यक्ष डॉ. मृत्युञ्जय तिवारी ने बताया कि ऐसी खगोलीय घटना 26 सालों में एक बार होती है ।

यह नजारा राजस्थान सहित समस्त भारत में करीब पौने दो घंटे दिखाईं दे रहा है । चित्तौड़गढ़ में इसे शाम 6.45 से रात 8.30 बजे तक देखा जा सकेगा। डॉ. तिवारी के अनुसार तीनों ग्रहों के प्रभाव से पूर्वोत्तर देशों में प्राकृतिक आपदा की आशंका है। दोनों ग्रहों का देश की अर्थव्यवस्था पर असर के साथ ही अचानक मौसम में भी बदलाव संभव है। इस खगोलीय घटना का अलग—अलग राशि के जातकों पर खास असर होगा । तीन ग्रहों की युति मीन राशि में होगी। जो गुरु की स्वराशि, शुक्र की उच्च राशि और चंद्रमा की समराशि रहेगी। पश्चिम दिशा में चंद्रमा के नीचे शुक्र ग्रह और चंद्रमा से सात डिग्री ऊपर गुरु चमकते हुए एक सीध में दिखाई देगा। वस्तुतः शायन गणना के अनुसार आज चंद्रमा 27 डिग्री, शुक्र 25 डिग्री तथा गुरु ग्रह 28 डिग्री पर रहेगा। इस कारण तीनों ग्रह एक दूसरे से काफी नजदीक एक सीध में दिखाई देंगे ।

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