चित्तौड़गढ़। टिकट वितरण होने के पश्चात भाजपा प्रत्याशी नरपत सिंह राजवी चित्तौड़गढ़ पहुंचे, दूसरे दिन उन्होंने एक निजी होटल में मीडिया कर्मियों रूबरू होते हुए अपने पुराने कार्यकाल में किए गए विकास कार्यों को गिनाया। उन्होंने बताया कि जब तक यह बात फैलाई की टिकट में बदलाव हो रहा है असमंजस की स्थिति में रहती है, लेकिन मिलजुलकर साथ कार्य करना होगा। चुनाव में मुद्दे मूलभूत सुविधाओं युवाओं को रोजगार की कमियों को दूर करने के कार्य को किया जाएगा। चिकित्सा के क्षेत्र में रोजगार के क्षेत्र में जीतने के बाद में कार्य योजना बनाई जाएगी।
विद्याधर नगर से उनका टिकट कटने चित्तौड़गढ़ से टिकट दिए जाने पर उनकी इच्छा के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि पार्टी के निर्देशानुसार चुनाव लड़ा जाएगा जो पार्टी कहेगी वही किया जाएगा। अगर आज मुझे पार्टी वापस बुला ले तो मैं अभी जयपुर के लिए रवाना हो जाऊंगा। जीतने के बाद यही रहने के सवाल पर उन्होंने कहा कि 3 दिसंबर के बाद मैं जीतता हूं तो यहीं रहकर कांग्रेस की छाती पर मूंग दलूंगा।
चंद्रभान सिंह का क्या के बागी होने पर और उनके निर्दलीय फॉर्म भरने पर उन्होंने कहा कि जल्द ही बात करके समझाश की जाएगी। कमल सिंबल का अगर वह उपयोग करते हैं तो आज ही पार्टी प्रदेश कार्यालय में लेटर भिजवा दिया गया है और अधिकृत प्रत्याशी ही अब सिंबल का उपयोग कर पाएगा। क्षत्रिय समाज के चंद्रभान सिंह को समर्थन देने पर उन्होंने कहा कि चंद्रभान को समर्थन देना क्षत्रिय समाज का महासभा का निर्णय था या किसी और का वह मैं सब जानता हूं पहले सब कुछ आंखों से देखकर फिर विश्वास करता हूं। पार्टी लोकतांत्रिक है इसलिए विरोध होना भी स्वाभाविक है इसलिए विरोध हो रहा है राहुल गांधी को अगर चित्तौड़ से जाड़ावत के स्थान पर टिकट दे दिया जाए तो वहां विरोध नहीं होगा। भाजपा लोकतांत्रिक पार्टी है और विरोध को स्वीकार कर रही है। चद्रभान सिंह को मनाने के प्रयास किए जायेगे। जयपुर से चित्तौड़गढ़ चुनाव लड़ने पर पैराशूट उम्मीदवार होने की बात पर उन्होंने कहा कि आक्या कौनसा चित्तौड़ विधानसभा में है वह भी बाहरी है। पार्टी जहां से चुनाव लड़वाएगी उसे पर मैं जीतू या हारी मैंने स्वीकार किया है। चंद्रभान सिंह को समझने का प्रयास कर रहे हैं यह कोई इजराइल-हमास का मामला नहीं है कि वह नहीं समझेंगे । हमारा मुकाबला सीधा कांग्रेस से किसी निर्दलीय प्रत्याशी से नहीं है। उन्होंने कहा कि पहले भी पार्टी ने ऐसे निर्णय लिए है यहां बड़ीसादड़ी से पहले गोतम दक का टिकेट काट ललित ओसवाल को दिया गया दक ने तो कोई विरोध नहीं किया, अब पार्टी फिर से बड़ीसादड़ी से दक को चुनाव लड़वा रही है। राजनीति में धैर्य रखने की आवश्यकता है। उन्होंने विधायक चंद्रभान का नाम लिए बिना ही कहा कि अभी उनकी उम्र 40 – 45 वर्ष है और भी आगे टिकट मिलने की उम्मीद हो सकती है पार्टी के कहा को मान लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि पार्टी का मुझे चित्तौड़ से चुनाव लड़वाने का निर्णय मेरे राजनीतिक जीवन की हत्या है या उत्थान ये आने वाला चुनाव परिणाम बताएगा।
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धन्यवाद