मादक पदार्थों की तस्करी में जब्त वाहनों का नीलामी द्वारा किया निस्तारण

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  • प्रदेश में सर्वप्रथम जिला पुलिस ने की पहल


चित्तौड़गढ़। भारत सरकार के गजट नोटिफिकेशन व पुलिस मुख्यालय के निर्देशों की पालना में सोमवार को जिले के सदर निंबाहेड़ा थाने में मादक पदार्थों की तस्करी में जप्त वाहनों का जिला स्तरीय औषधि व्ययन समिति द्वारा नीलामी कर निस्तारण किया गया। प्रदेश में पहला ऐसा मौका है जब एनडीपीएस की तस्करी में शामिल वाहनों को पुलिस द्वारा खुली बोली लगा नीलाम किया गया।
पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत ने बताया कि चित्तौड़गढ़ जिला अफीम का बृहद उत्पादन क्षेत्र होने व राज्य की सीमा से लगा होने के कारण मादक पदार्थों की तस्करी इसी रूट से होकर निकलने की वजह से जिले के कई थानों में मादक पदार्थ की तस्करी में शामिल वाहनों को माल के साथ जब्त किया गया है।

उक्त जब्त वाहनों से जिले के थाने के माल खाना भरे पड़े हुए हैं, थानों में अन्य वाहनों के रखने की व्यवस्था नहीं होने की वजह से उन्हें नियमानुसार निस्तारण किया जाना था। भारत सरकार के गजट नोटिफिकेशन की अनुपालना व पुलिस मुख्यालय राजस्थान के निर्देशों पर पहल करते हुए जिला चित्तौड़गढ़ में पहली बार एनडीपीएस एक्ट के प्रकरणों में जब्त ऐसे वाहन जिनका न्यायालय द्वारा भौतिक सत्यापन किया गया हो, ऐसे वाहनों को खुली बोली लगाकर नीलाम किया गया। वाहनों की नीलामी के लिए पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत की अध्यक्षता में पाँच सदस्यों की एक कमेटी बनाई गई, जिसमें एसपी अर्जुन सिंह, अपराध सहायक कृष्ण चंद्र बुनकर, सहायक लेखा अधिकारी कौशल किशोर शर्मा व परिवहन निरीक्षक सुजाना राम उपस्थित थे। जिन्होंने खुली बोली लगवा कर वाहनों की नीलामी करवाई। उक्त नीलामी में जिला चित्तौड़गढ़ के अलावा जिला उदयपुर, भीलवाड़ा, उज्जैन मध्य प्रदेश तक के बोलीदाता शामिल हुए।

सदर निंबाहेड़ा पर एनडीपीएस एक्ट में जप्त पांच चौपहिया वाहनों की सोमवार को नीलामी की गई। जिसमें तीन कारों वेगन आर, अल्टो व सेलेरियो को उच्चतम बोली द्वारा स्वीकार किया जाकर बोली दाता को अग्रिम कार्रवाई हेतु निर्देशित किया। दो कारों की बोली नहीं लग पाने की वजह से उन्हें लंबित रखा गया। एसपी दुष्यंत ने बताया कि मादक पदार्थों की तस्करी में शामिल जिले में जब्त वाहनो की नीलामी प्रक्रिया आगे भी निरंतर जारी रहेगी।

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