चित्तौड़गढ़। जिले के विकासखंड बड़ीसादड़ी में नाबार्ड की वाड़ी परियोजना परियोजना के अंतर्गत चयनित ग्रामों के हितग्राही किसानों की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक महेंद्र डूडी सीताफल उत्कृष्टता केंद्र के उपनिदेशक राजाराम सुखवाल और शंकर लाल जाट उपनिदेशक उद्यान ग्राम पायरी के सरपंच प्रतिनिधि रामचंद्र मीणा क्रियान्वयन एजेंसी अरुणोदय सर्वेश्वरी लोक कल्याण समिति की विशेषज्ञ टीम महेश पवार सुरेंद्रसिंह भदोरिया, जितेंद्र कसेरा, अजय शाक्य प्रवीण शर्मा विकास राठौर उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का शुभारम्भ अतिथि द्वारा सरस्वती पूजन के साथ किया गया सभी अतिथियों का स्वागत संस्था के पदाधिकारी एवं उपस्थिति किसानो ने किया इसके पश्चात् महेश पवार द्वारा वाड़ी परियोजना की विस्तृत जानकारी दी गयी और अरुणोदय सर्वेश्वरी लोक कल्याण समिति के परियोजना अधिकारी जितेंद्र कसेरा द्वारा संस्था के कार्यों की जानकारी दी सीताफल उत्कृष्टता केंद्र के उपनिदेशक राजाराम सुखवाल द्वारा सीताफल के पौधों को कैसे लगवाना है और उनकी कैसे देखभाल की जावे समय-समय पर खाद और दवाइयां और उसकी कटिंग कैसे करना है इसकी विस्तृत जानकारी दी गई उन्होंने कहा कि जैसे छोटे बच्चों की देखभाल की जाती है उसी प्रकार छोटे पौधों की देखभाल करना है सीताफल उत्कृष्टता केंद्र द्वारा उपस्थित किसानों को सीताफल अमरूद नींबू सहजन की फली कटहल एवं सब्जियों के संबंधित पाठ्य सामग्री वितरित की गई उप निदेशक उद्यान शंकरलाल जाट द्वारा किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि किस प्रकार फलदार पौधों की वाड़ी लगाकर किसान अपनी आए बढ़ा सकते हैं। उन्होंने कहा कि पारंपरिक खेती तो हम वर्षों से कर रहे हैं इन फलदार पौधों की वाडी लगाकर आप सभी अपनी आमदनी को बढ़ावे और इन पौधों के बीच में सब्जी लगा सकते हैं , जिससे अतिरिक्त आय प्राप्त होगी, इसमें उन्होंने विशेषकर कहा कि आप सभी 10-10 पौधे पपीते के जरूर लगाएं। जिससे 10 माह में की आमदनी शुर हो जाती है तथा शासन के विभिन्न योजनाओं की जानकारियों दी। जिसमें आवेदन कर किसान उसका लाभ उठा सकते हैं ।
नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक महेंद्र डूडी द्वारा चयनित किसानों को वाड़ी परियोजना से जुड़ने के लिए शुभकामना दी तथा नाबार्ड की वाड़ी परियोजना की जानकारी के साथ-साथ किसानों को बकरी पालन एवं मुर्गी पालन को भी एक रोजगार के रूप में अपनाने को कहा जिसके लिए ट्रेनिंग नाबार्ड द्वारा उपलब्ध कराई जा सकती है उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में काफी संभावनाएं हैं आने वाले समय में यहां ईकोटूरिज्म को भी बढ़ावा दिया जा सकता है इसके लिए सभी किसान मेहनत कर वाड़ी लगाकर उसकी अच्छे से देखभाल करें एवं इस योजना को सफल बनावे।
कार्यक्रम में अतिथियों द्वाराहितग्राही किसानों को टूल किट का वितरण किया गया जिसमें एक गेती फावड़ा तगारी और हसिया दिया गया इसके पश्चात सभी अतिथियों ने किसानों के खेत पर जाकर पौधा लगाने की तैयारियों को देखा और अपने सुझाव दिए