समय से पहले जन्मे शिशुओं के लिए जीवनदायिनी बनी एस.एन.सी.यू. इकाई

Share:

Facebook
Twitter
WhatsApp
Email
Telegram
Iliyas Mohammad
इलियास

चित्तौड़गढ़। महिला एवं बाल चिकित्सालय़ में 8 दिन पूर्व निम्बाहेडा तहसील के कोछवा गांव की सुशिला पत्नी हेमराज जटिया ने सिजेरियन डिलिवरी के माध्यम से एक समय से पहले शिशु को जन्म दिया, जिसे सांस लेने में अत्यधिक दिक्कत हो रही थी। शिशु का एक्सरे करने पर मालूम चला कि शिशु एच.एम.डी. यानि हायलिन मेम्ब्रेन डिजीज नामक बिमारी से ग्रसित है, तब शिशु को तुरन्त सीपेप मशीन से सांस देने की प्रक्रिया प्रारम्भ की गई लेकिन सुधार नही होने पर सरफेक्टेन्ट इन्जैक्शन लगाने का निर्णय लिया गया।

एस.एन.सी.यू टीम प्रभारी डाॅ. जयसिंह के नेतृत्व में इन्स्योर टेकनिक के द्वारा श्वासनली में एण्डोट्रेकियल ट्यूब डालकर दो सरफेक्टेन्ट इन्जैक्शन शिशु के फेफडों में पहुचाये गये एवं एक घण्टे तक वेन्टीलेटर पर रखने के बाद सी-पेप मशीन पर शिफ्ट कर दिया गया, जिस पर शिशु को तीन दिन तक रखना पड़ा। इन्जेक्शन बाद किये गये एक्सरे में शिशु के फेफडें काफी विकसित हो चुके थे। तत्पश्चात सुधार होने पर आॅक्सीजन पर लिया गया एवं अंततः आॅक्सीजन भी हटा दिया गया। छठे दिन शिशु की प्रगति संतोषप्रद पाये जाने पर उसे स्तनपान प्रारम्भ कर शुक्रवार को सफलतापूवर्क डिस्चाजर् किया गया। इस इन्जेक्शन की कीमत बाजार में 7 से 8 हजार रूपये हेाती है यानि दो इन्जेक्शन की कीमत कम से कम 15 हजार होती है जो एक निधर्न दम्पति के लिए काफी बड़ा भार होता है लेकिन मुख्यमंत्री नि:शुल्क दवा योजना के तहत यह बिल्कुल नि:शुल्क उपलब्ध होने से इस दम्पति को कोई आर्थिक नही करना पड़ा। इस इकाई में पूवर् में भी लगभग 11 नवजात शिशुओं को यह इन्जेक्शन दिया जा चुका है जिसमें से 7 शिशु सकुशल डिस्चार्जहुए एवं 4 शिशुओ को अत्यधिक गंभीर स्थिति होने की वजह से नही बचाया जा सका। इस प्रक्रिया में एस.एन.सी.यू. प्रभारी डाॅ. जससिंह के साथ मनीष कुमार तिवाडी, मनीष भट्ट, लोकेश धाकड़, अंकित पारिक, शाहिद हुसैन कुुरेशी, फिदाउल मुस्तफा, अंतिमबाला, निमर्ला,रामकिशन, अभिषेक एवं रेखा जाट का पूर्ण सहयोग रहा।

Leave a Comment