सुपार्श्वनाथ भगवान का जन्म एवं तप कल्याण मनाया

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चित्तौड़गढ़। जेष्ठ शुक्ल द्वादशी आज के दिन जैन धर्म के सातवें तीर्थशंकर सुपार्श्वनाथ भगवान का जन्म तप कल्याणक था। शास्त्री नगर स्थित दिगंबर जैन मंदिर में श्री सुपाश्वर्नाथ भगवान मूलनायक के रूप में विराजमान है। समाज के सभी बंधुओं ने माताओं बहनों ने हर्षोल्लास के साथ भगवान का जन्मोत्सव कल्याणक मनाया। शास्त्री नगर मंदिर समिति अध्यक्ष ज्ञान सागर जैन ने बताया कि गुरूवार को बैंड बाजों के साथ सैकड़ों धमार्वलंबी ने प्रभात फेरी शास्त्री नगर मंदिर से अहिंसा सर्किल तक निकाली, जिसमें समाज के सभी धर्म अनुरागी बंधुओं माता और बहनें भगवान के जयकारे लगाते हुए हाथों में जैन ध्वज के बाद माताएं अपने सिर पर मंगल कलश धारण किए हुए चल रही थी।

पुरुष सफेद वस्त्र और माताएं केसरिया साड़ी में जुलूस में शामिल हुई। जुलूस मंदिर पहुंचकर सभी पुरुष वगर् धोती दुपट्टा पहनकर भगवान के मस्तकाभिषेक और शांति धारा की सुपाश्वर् नाथ भगवान के मस्तक पर शांति धारा करने वाले परिवार ओम प्रकाश, राजकुमार, पवन कुमार, विकास, विशाल, सिद्धाथर्, महावीर प्रसाद, नरेश, नवीन पाटनी थे। शांतिनाथ भगवान के मस्तक पर शांतिधारा करने वाले परिवारों में मनोहर, राजेंद्र अग्रवाल, भागमल ज्ञान सागर जैन, पारस, अनुपम सोनी, सुनील, संयम सोनी, नवीन लुहाडिया, मनोज काला, राजेश गदिया, घीसू लाल, प्रेमचंद पाटनी, महावीर मिड्डा, नलिन पाटोदी, दिलखुश जैन, राजकमल बोहरा सहित अन्य उपस्थित धर्म अनुरागी बंधुओं ने भगवान पर शांति धारा के पश्चात सभी भक्तों ने बड़े धूमधाम से जुलूस निकाला, जिसमें बड़ी संख्या में धर्मानुरागी उपस्थित थे।

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