चितौड़गढ़। चिकित्सक भगवान का रूप मना जाता हैं, लेकिन चित्तौड़गढ़ शहर में एक सनसनी खेज मामला सामने आया हैं जिसमें निजी हॉस्पिटल के चिकित्सक ने महिला के ऑपरेशन में लापरवाही बरतते हुए महिला की जान ले ली। परिजन और ग्रामीणों ने मुआवजे और अस्पताल कि जांच मांग करते हुए हंगामा कर दिया।

दरअसल चित्तौड़गढ़ जिले के कपासन क्षेत्र के चटावटी गांव निवासी रतनी बाई पत्नी हजारी लाल के पेट में दर्द के बाद परिजनों ने चिकित्सकीय परामर्श लिया,पेट में की जांच के बाद दर्द का कारण पेट पथरी होना आया। जिसके बाद महिला को शहर के प्रतापनगर स्थित लक्ष्य चिकित्सालय लेकर पहुंचे। मृतक महिला के परिजनों ने आरोप लगाया की चिकित्सकों ने आनन फानन में पथरी की जगह बच्चें दानी को ऑपरेशन कर दिया, इस दौरान महिला की मौत हो गई। जिसके बाद महिला के परिजनों ने जमकर हंगामा शुरू कर दिया। सूचना पर सदर थाना पुलिस ने मौक़े पर पहुंच परिजनों को समझाईश के प्रयास किये, लेकिन परिजनों ने मुआवजे की मांग के साथ ही मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराने की मांग की। देर रात समझाइश के बाद दोनों पक्षों में 11 लाख रुपए नकद मुआवजे पर सहमति बनी। जिसके बाद मृतिका के शव को चटावती ले जाया गया।