तीन बाल विवाह रूकवाकर परिजनों को किया पाबंद

Share:

Facebook
Twitter
WhatsApp
Email
Telegram

चित्तौड़गढ़। बाल विवाह को रोकने के लिए जिला प्रशासन व स्थानीय संगठन मिलकर लगातार प्रयासरत है। रविवार को जिले में बाल विवाह की रोकथाम की मुहिम निरंतर जारी रही। बाल विवाह रुकवाने गई टीम उस समय सकते में आ गई जब चित्तौड़गढ़ कोतवाली थाना क्षेत्र में बाल विवाह रुकवाने पहुंचे भोजराज सिंह पर बच्चे के ही एक परिजन द्वारा शराब के नशे में तलवार लेकर हमला करने का प्रयास किया और अपशब्द कहे, इस पर उसी के रिश्तेदारों ने उसे पकड़कर रोका और वहां से लेकर गए। टीम द्वारा चार थानों में संयुक्त कार्यवाही करते हुए 6 बच्चों की शादी होने से रुकवाई गई। कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन द्वारा जिले में संचालित एक्सेस टू जस्टिस फॉर चिल्ड्रन परियोजना के निदेशक भोजराज सिंह पदमपुरा ने बताया कि मुखबिर व अन्य संसाधनों से सूचना मिलने पर टीम द्वारा प्रशासन व पुलिस बाल कल्याण अधिकारी मौके पर पहुंचे, टीम ने इस दौरान जब बच्चों के उम्र संबंधी दस्तावेजों की जांच की तो वे नाबालिग पाए गए। इस पर बच्चों के परिजनों को विवाह न करने को लेकर टीम द्वारा पाबंद किया गया। इसके बाद टीम बस्सी थाना क्षेत्र में एक बालिका और साडास थाना क्षेत्र में एक बालक और बालिका का बाल विवाह रूकवाकर परिजनों को विवाह न करने को लेकर पाबंद कर उन्हें हिदायत दी गई कि यदि वह इसके बाद भी विवाह का आयोजन करते हैं तो उनके विरुद्ध बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम के अंतर्गत मुकदमा दर्ज़ कर कानूनी कारर्वाई अमल में लाई जाएगी। कार्यवाही करने वाली टीम में बाल अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक चंद्रप्रकाश जीनगर, परिवीक्षा अधिकारी विकास खटीक, संरक्षण अधिकारी नवीन काकड़दा, सहित चाइल्ड लाइन से करण जीनवाल व कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन से हिमानी नंदवाना सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

Leave a Comment