
- कथित भू माफिया के खिलाफ कोतवाली में दी रिपोर्ट
चित्तौड़गढ़। शहर में आए दिन नाजायज कब्जों व सरकारी भूमि पर अतिक्रमण कर कब्जा करने की प्रक्रिया बढ़ती जा रही है, जिसमें राजनीतिक संरक्षण से भी इससे इंकार नहीं किया जा सकता। बुधवार को ऐसा ही एक मामला सामने आया शहर के संगम मार्ग पर स्थित कॉलोनी वासियों ने जिला कलेक्टर को अवैध कब्जा धारियों के विरुद्ध शिकायत देकर नदी के डूब क्षेत्र में जारी किए पट्टो की जांच करने की मांग करते हुए ज्ञापन सौंपा।
जानकारी के अनुसार संगम रोड स्थित गोकुल धाम कॉलोनी वासियों ने ज्ञापन में बताया कि संगम मार्ग स्थित रूचित नवरत्न रेजीडेंसी के प्रबंधन द्वारा नदी के डूब क्षेत्र होने बावजूद में मिलीभगत कर नाजायज पट्टे प्राप्त कर लिए है, जबकि नियम के मुताबिक नदी के 100 फिट तक पट्टे जारी नहीं किए जा सकते है, साथ ही रेजीडेंसी का मैन गेट भी सड़क की भूमि पर अतिक्रमन कर बनाया गया है।
अतिक्रमण के कारण यहां की सड़क सिकुड़ गई है, जिसकी वजह यहां से गुजरने वाले आए दिन दुर्घटनाओं का सामना करते है। कई समय से परेशान कॉलोनी वासियों ने बुधवार प्रातः जिला कलेक्ट्रेट उपस्थित होकर जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंप मांग की साथ ही उन्होंने आरोप लगाते हुए कानूनी कार्यवाही के लिए कथित भूमाफिया के द्वारा धमकी दिए जाने पर उसके खिलाफ कोतवाली थाना में रिपोर्ट भी दी है। गोकुल धाम निवासियों के द्वारा दी गई रिपोर्ट में बताया गया कि कॉलोनी वासियों के द्वारा मिलकर कॉलोनी के पीछे की साइड में रूचित गार्डन में सुरक्षा हेतु दीवार बनाई एवं उस में बैठने के लिए चबूतरे का निर्माण करवाया था। जिसमें गोकुल धाम वासियों ने मिलकर काफी पैसा खर्च किया। लेकिन गत 11 अप्रैल को पास की कॉलोनी में निवासरत अर्जुन मुंदड़ा, वैभव मुंदड़ा व दिनेश मालाणी आदि लोगों ने मिलकर निजी जेसीबी मंगवा कर दीवार एवं चबूतरे को असंवैधानिक रूप से तुड़वा दिया। करीब 2 माह पूर्व भी अर्जुन मूंदड़ा के द्वारा 15 वर्ष पुराने छायादार पेड़ों को भी कटवा दिया, दोषी प्रबंधन की टीम आए दिन कॉलोनी के बच्चों को धमकाती रहती है, जिससे कॉलोनी वासियों में डर का माहौल रहता है। भविष्य में किसी अवैधानिक गतिविधि होने की संभावना होने की वजह से कॉलोनी वासियों ने कोतवाली थाना में उपस्थित होकर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की।