
चित्तौड़गढ़। पिछले कुछ दिनों से हो रही बिन मौसम बरसात ने न केवल किसानों की चिंता बढाई है बल्कि उनकी मेहनत पर भी पानी फिरता नजर आ रहा है । रबी की फसल पकने के बाद आई बरसात ने किसानों की सारी मेहनत को निराशा में बदल दिया है। जिसके चलते खेतों में खड़ी गेहूं जौ, चना व सरसो की फसल बबार्द हो रही है। वहीं व्यवसायिक फसल के रूप में अफीम की पैदावार पर भी बुरा असर पड़ रहा है। जन-प्रतिनिधियों द्वारा किसानों की माली हालत को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा शीघ्र गिरदावरी कराकर किसानों को फसलों का मुआवजा देने की मांग भी की जा रही है लेकिन अभी तक गिरदावरी की कायर्वही शुरू नहीं हो पाई है ऐसे में किसानों का कहना है कि राम तो रूठ गया पर राज नहीं रूठे। उन्हें समय पर मुआवजा मिलने से थोड़ी रहत मिल सकती हैं । दूसरी ओर मार्च माह के तीसरे सप्ताह में लगातार हो रही वर्षा के फलस्वरूप तापमान में भी गिरावट दर्ज की जा रही है। वहीं मौसम विभाग द्वारा येलो अलर्ट जारी किया गयाहै। जिसके अनुसार अभी और वर्षा के साथ ओलावृष्टि की संभावनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता। रविवार को दोपहर बाद आसमान में घिर आई काली घटाओं के घड़घड़ाहठ के साथ तेज बौछारों का दौर लगभग आधे घंटे तक चला। जिसके फलस्वरूप लोगों को खासी परेशानी उठानी पड़ी।