चित्तौड़गढ़। उपनगरीय क्षेत्र चंदेरिया में मंगलवार रात तीन साल की बच्ची से दुष्कर्म का प्रयास करने के आरोपी को गुरूवार को पोक्सो न्यायालय लाया गया जहां वकीलों ने आरोपी की पिटाई कर दी, इस दौरान वकील और पुलिस आमने सामने हो गये।
जानकारी के अनुसार दो दिन पूर्व उपनगरीय क्षेत्र चंदेरिया के हाउसिंग बोर्ड निवासी सलीम कुरेशी नामक शख्स द्वारा तीन वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म का प्रयास करने के मामले में चंदेरिया पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था, उस दौरान भी क्षेत्रवासियों ने आरोपी को सख्त से सख्त सजा व उसके परिजनों के विरूद्ध कार्यवाही और मकान तोड़ने को लेकर हंगामा खड़ा कर दिया था। जिसके बाद गुरूवार को पोक्सो न्यायालय में आरोपी को पुलिस अभिरक्षा में लाया गया, जहां सवेरे से ताक में बैठे वकीलों की भीड़ ने आरोपी के साथ मारपीट करना शुरू कर दिया, इस दौरान मौके पर मौजूद
अति पुलिस अधीक्षक सरिता सिंह, उपाधीक्षक विनय चौधरी, चंदेरिया थानाधिकारी सुनिता गुर्जर मय जाप्ते के आरोपी को बचाते हुए न्यायाधीश के कक्ष में ले गये, जिसका गेट अंदर से बंद कर दिया। वकीलों द्वारा आरोपी के साथ मारपीट के दौरान
पुलिस द्वारा बचाव में वकीलों के साथ हुई धक्का मुक्की से वकील उखड़ गये, जिसके बाद कक्ष के बाहर वकील व पुलिस
आमने सामने हो गये। वकीलों ने कक्ष का गेट बंद करने की बात तथा पुलिस व वकीलो के बीच धक्का मुक्की के कारण नारेबाजी शुरू कर दी, काफी देर तक पुलिस अधिकारियों द्वारा समझाईश के बाद मामला शांत हुआ।
बार एसोसिएशन अध्यक्ष एस पी सिंह को कक्ष में ले जाया गया। वकीलों द्वारा किये गये घटनाक्रम के कारण मौके पर अतिरिक्त पुलिस जाप्ता बुलाया गया। आरोपी को फिर से उसी मार्ग से ले जाने के लिये कतारबद्ध पुलिस जाप्ते को खड़ा कर दिया। न्यायाधीश के समक्ष आरोपी को पेश करने पर उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेजने का निर्णय दिया गया। जिसके बाद पुनः आरोपी को उसी मार्ग से ले जाने के दौरान अधिवक्ता फिर से जाप्ते के आड़े खड़े हो गये, काफी देर तक गहमागहमी के बीच आरोपी को पुलिस अधिकारियों की समझाईश के बीच बस में ले जाने में सफलता मिली, जिसे जिला कारागृह में ले जाने के बाद पुलिस अधिकारियों ने राहत की सांस ली। जिला अभिभाषक संस्थान ने यह भी निर्णय लिया कि ऐसे आरोपी की कोई भी अधिवक्ता पैरवी नहीं करेगा।
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