हत्या का मामला दर्ज कर कार्यवाही की मांग
चित्तौड़गढ़़। मीणा समाज ने निम्बाहेड़ा क्षेत्र में गत दिनों समाज के एक व्यक्ति के शव मिलने की मामले मंे जिला पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर हत्या का प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान की मांग की है।
ज्ञापन में बताया कि विरिया खेड़ी निम्बाहेड़ा निवासी मृतक रतन लाल मीणा के भाई चांदमल मीणा ने बताया कि 10 नवम्बर को उसने पुलिस थाना सदर निम्बाहेड़ा में उसके छोटे भाई रतनलाल पिता कालूराम मीणा की गुमशुदगी की रिपोटर् प्रस्तुत की लेकिन उक्त रिपोर्ट को पुलिस अधिकारियों द्वारा गंभीरता से नहीं लिया गया और इसी लापरवाही के चलते उसके भाई की संदेहात्मक मृत्यु हो गई। इसके बाद भी पुलिस अब तक निष्पक्ष कारर्वाई करने से बच रही है। मृतक के भाई चांदमल ने कहा कि रिपोर्ट पर कायर्वाही नहीं होने पर मृतक के परिवारजनों और गांव के लोगों द्वारा दो दिनों तक तलाश करने के बाद 12 नवंबर को गांव से 500 मीटर की दूरी पर स्थित तालाब में रतनलाल की लाश तैरती हुई मिली जिसे ग्रामीणों द्वारा शव निकाल कर निम्बाहेड़ा चिकित्सालय लाया गया जहां पर चिकित्सकों ने रतनलाल को मृत घोषित कर दिया। रतनलाल के शरीर पर चोटों के निशान और दाया हाथ कंधे के यहां से टूटा हुआ था, गले में चोट के निशान थे, ऐसा लग रहा था कि जैसे किसी ने उसका गला दबाया हो, रतनलाल के शव पर नाक के पास चोट के निशान, होट के नीचे का हिस्सा फटा हुआ था तथा पसलियां टूटी हई थी। शव को पीछे से पलटने पर कमर व पीठ पर खरोचों व चोटों के निशान थे जिससे मृतक रतन लाल की हत्या से इंकार नहीं किया जा सकता।
चांद मल ने बताया कि ग्रामीणों से पता चला कि मृतक रतनलाल के साथ अंतिम बार कालू पिता भरत मीणा निवासी विरियाखेडी, राहुल पिता बाबूलाल बंजारा निवासी नारदिया तहसील निम्बाहेड़ा एवं अजर्ुन पिता बसंतीलाल मीणा निवासी विरियाखेडी, भूरालाल बंजारा पिता अमर उफर् अमरालाल बंजारा निवासी नारदिया को साथ देखा गया था और उक्त घटना के बाद से ही कालू मीणा ने घर से बाहर निकलना बंद कर दिया और पूछने पर सही जवाब नहीं देता है। जिससे यह प्रतीत होता है कि रतनलाल की मृत्यु डूबने से नही होकर उसकी हत्या की गई है। इसकी जानकारी 13 नवंबर को निम्बाहेड़ा थाना में दी गई जिस पर पुलिस ने लापरवाही कर सिफर् पूछताछ करके उसे छोड दिया। उस दिन से तीनों अभियुक्तगण अपने गांव नारदिया के निवासी होकर घर पर नहीं है तथा फरार हो गये है। मृतक के समाज जनों और परिजनों ने जिला पुलिस अधीक्षक को जांच अधिकारी परिवतर्न करने सहित आरोपियों के मोबाइल घटना के समय एवं स्थान ट्रेस कराने सत्यता की जांच करने का आग्रह किया है। ज्ञापन के दौरान शिवराज, चमन, रामेश्वर, राहुल, पप्पू राज, बबलू, गोविंद खटीक, दली चंद मेघवाल, चांदमल मेघवाल, गोपाल मीणा, देवीलाल खटीक, दिनेश, कालू, भागीरथ, ताराचंद, कालूराम, चांदमल सहित समाजजन मौजूद थे।
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