राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टर मीट- 2024
8 हज़ार करोड़ का निवेश 18 हज़ार को रोज़गार मिलेगा
चित्तौड़गढ़। राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टमेंट समिट का जिला स्तरीय कार्यक्रम गुरुवार को एक निजी होटल में आयोजित किया गया है। कार्यक्रम में 8345 करोड़ रुपए के 228 निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए जिससे 18 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा।
कायर्क्रम में प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और जिला प्रभारी मंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा ने वर्चुअल माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के विकसित राजस्थान के संकल्प को पूर्ण करने के लिए सरकार प्रथम दिन से ही कार्य कर रही है। देश-दुनिया के उद्योगों को राजस्थान में आमंत्रित किया जा रहा है। उन्हे स्वयं भी निवेशकों को आमंत्रित करने के लिए दक्षिण कोरिया और जापान जाने का अवसर प्राप्त हुआ है। ऐसे ही मुख्यमंत्री ने भी कई देशों में जाकर उद्योगों को राज्य में निवेश हेतु आमंत्रित किया है। सरकार ने इज़ ऑफ डूइंग बिजनेस के तहत नियमों का सरलीकरण किया है।
राइजिंग राजस्थान के तहत प्रदेश के सभी में ये इन्वेस्टर समिट आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने 200 से अधिक निवेश प्रस्ताव प्राप्त होने पर प्रसन्नता जताई। उन्होंने कहा कि निवेशक चित्तौड़गढ़ में उद्योग स्थापित कर जिले के विकास को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएंगे। डॉ. बैरवा ने कहा कि जिले में सरकार द्वारा उद्योगों को पूर्ण सहयोग दिया जाएगा। समारोह में सांसद सी पी जोशी ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की मंशा है कि देश और प्रदेश में औद्योगिक विकास तेजी से हो। राजस्थान में हर क्षेत्र में निवेश की प्रचुर संभावना है। राज्य में भूमि, खनिज, मानव संसाधनों की कोई कमी नहीं है और अगर निवेशकों को सभी आवश्यक सुविधाएं तुरंत मिले तो वे निवेश के माध्यम से आय बढ़ाने, रोजगार उपलब्ध कराने आदि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। प्रदेश के मुख्यमंत्री, मंत्रियों और अधिकारियों ने कई देशों में जाकर निवेश को आमंत्रित किया है। इसी का परिणाम है कि आज देश-विदेश से लोग राजस्थान में निवेश करने आ रहे हैं। आने वाले समय में भारत दुनिया की तीसरी आर्थिक शक्ति बनेगा, जिसमें उद्योगों की महत्वपूणर् भूमिका होगी। उन्होंने निवेशकों के लिए मैत्रीपूर्ण वातावरण बनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि इस इन्वेस्टमेंट मीट के माध्यम से जो निवेश आएगा वह चित्तौड़गढ़ और राज्य के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
कायर्क्रम में विधायक चंद्रभान सिंह आक्या ने अपने संबोधन में कहा कि चित्तौड़गढ़ जिले में उद्योगों की बहुत संभावनाएं हैं। यहां सीमेंट, माबर्ल, पयर्टन आदि क्षेत्रों में बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों को रोजगार मिलता है। उद्योगों में बेहतर वातावरण बनाने, व्यापारियों की सुरक्षा के लिए सभी को मिलकर प्रयास करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और अधिकारियों ने मिलकर राज्य में निवेश का बेहतर वातावरण बनाया है। कायर्क्रम में विधायक अर्जुन लाल जीनगर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री भजन लाल शमार् का सपना है कि देश में सभी को रोजगार मिले इसी भावना से देश में उद्योग धंधों के लिए बेहतर वातावरण बनाने का लगातार प्रयास किया जा रहा है। सरकार ने राज्य की अथर्व्यवस्था को बढ़ाने के लिए उद्योग धंधों पर फोकस किया है। सरकार का लक्ष्य है कि राज्य में अधिक से अधिक उद्योगो का विकास हो, इसके लिए सभी को मिलकर प्रयास करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जिले में उद्योगों के लिए आवश्यक कच्चा माल भारी मात्रा में उपलब्ध है। उन्होंने निवेशकों को कपासन क्षेत्र में भी निवेश के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि निवेशकों को सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएगी।
कायर्क्रम में जिला प्रभारी सचिव भानु प्रकाश एटरु ने कहा कि सरकार की मंशा है कि उद्योगों का विकास हो, इसके लिए लगातार नई पॉलिसीज पर काम किया जा रहा है। राज्य सरकार और प्रशासन निवेश प्रस्तावों के क्रियान्वयन को लेकर गंभीर हैं और निवेश प्रस्ताव का प्राथमिकता के आधार पर समयबद्ध क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाएगा।
कायर्क्रम में जिला कलक्टर आलोक रंजन ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि जिले में निवेश का आंकड़ा पिछली बार की तुलना में दोगुना हो गया है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि निवेशक अपने उद्देश्य में सफल हो इसके लिए उनकी समस्याओं को प्राथमिकता से हल किया जाए। जिले में उद्योगों के विकास के लिए प्रशासन निवेशकों के साथ है। उन्होंने कहा कि सभी मिलकर चित्तौड़गढ़ के विकास के लिये काम करेंगे और यदि कोई समस्या आती है तो हम उसका समाधान करेंगे। इस अवसर पर उद्योगपति सुधीर भाटी, भानु प्रकाश, नितिन जैन आदि ने भी कायर्क्रम को सम्बोधित कर अपने सुझाव, समस्याओ, अनुभवों को रखा। इससे पहले कायर्क्रम में अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलन कर समिट का विधिवत् शुभारंभ किया। जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक राहुलदेव सिंह ने स्वागत उद्बोधन देते हुए राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टमेंट समिट और सरकार की इन्वेस्टमेंट पॉलिसीज की जानकारी दी। उन्होंने पीपीटी के माध्यम से जिले में निवेश की संभावनाओ को प्रस्तुत किया। उन्होंने नियमों के सरलीकरण, औद्योगिक नीति के, आधारभूत संसाधनों आदि की उपलब्धता की जानकारी दी।
8 हजार करोड़ से अधिक के निवेश प्रस्ताव
कायर्क्रम में 8345 करोड़ रुपए के 228 निवेश प्रस्ताव राजनिवेश व ऑफलाइन माध्यम प्राप्त हुए जिससे 18 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा। एग्रो एंड एग्रो प्रोसेसिंग के क्षेत्र में 179.17 करोड़ के 65 प्रस्ताव, पयर्टन में 590. 32 करोड़ के 32 प्रस्ताव, माइंस एंड मिनरल्स में 404. 32 करोड़ के 25 प्रस्ताव, वेयरहाउसिंग में 24.56 करोड़ के 15 प्रस्ताव, सोलर मैन्युफैक्चरिंग में 95 करोड़ के 8 प्रस्ताव, रियल एस्टेट में 119 करोड़ के 5 प्रस्ताव, सीमेंट में 1504.78 करोड़ के 4 प्रस्ताव, स्किल डेवलपमेंट में 44.5 करोड़ के 4 प्रस्ताव, टेक्सटाइल और अपीयरल में 33.38 करोड़ के 4 प्रस्ताव, बायोफ्यूल में 25.9 करोड़ के 3 प्रस्ताव, केमिकल एंड पेट्रोकेमिकल्स में 18 करोड़ के 3 प्रस्ताव, एम सैंड में 2.6 करोड़ के 3 प्रस्ताव, रिन्यूएबल एंड नॉनरिन्यूएबल एनजीर् में 3057.87 करोड़ के 2 प्रस्ताव, सोशल इंफ्रास्ट्रक्चर में 155 करोड़ के 2 प्रस्ताव, सेरेमिक्स और गिलास में 1100 करोड़ का 1 प्रस्ताव व अन्य क्षेत्रों में 588.64 करोड़ के 20 प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं तथा अभी प्राप्त किया जा रहे हैं।
प्रदर्शनी का अवलोकन, लघु फिल्म प्रदर्शन
इस अवसर पर अतिथियों ने वहां लगायी गयी प्रदशर्नी में विभिन्न स्टाल्स का अवलोकन कर जिले से संबधी विकास, हस्तशिल्प व अन्य औद्योगिक उत्पादों की प्रदर्शनी को देखा और सराहा। यहां पर पर्यटन, एग्रो प्रोसेसिंग, टेक्सटाइल, माइंस, सीमेंट, स्मिल्टन ग्लास, राजीविका, वन जिला वन प्रोडक्ट एवं स्वयं सेवा संस्थाओं द्वारा प्रदशर्नी लगाई गई। कायर्क्रम में जिले में निवेश संभावनाओं से संबधी लघु फिल्म का भी प्रदर्शन किया गया। इस अवसर पर कलाकारों द्वारा भव्य सांस्कृतिक प्रस्तुतया दी गई। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी, अतिरिक्त कलक्टर विनोद कुमार मल्होत्रा, एडीएम विनय कुमार पाठक, भूमि विकास बैंक चेयरमैन बद्रीलाल जाट, उपखंड अधिकारी बीनू देवल, सहित जनप्रतिनिधि, अधिकारी एवं औद्योगिक संस्थानों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।