A memorandum was submitted to the District Collector to restrict three wheeler and four wheeler auto rickshaw operators
निर्धारित परमिट सीमा से बाहर दौड़ रहे हैं तीन ऑटो,
तीन सीटर पास होने के बावजूद पर रहे क्षमता से अधिक सवारियां
परिवहन विभाग नहीं करता समय-समय पर इनकी चेकिंग
हाल ही में क्षमता से अधिक सवार है बैठने पर नगर परिषद सीमा के बाहर दुर्घटनाग्रस्त हुआ था तीन पहिया ऑटो
चित्तौड़गढ़। परिवहन विभाग के नियमों के विरुद्ध चल रहे अवैध ऑटो रिक्शा के खिलाफ़ टैक्सी यूनियन अपनी पीड़ा लेकर ज़िला कलेक्टर के पास पहुंचा और ज्ञापन सौंप अवैध वाहनों को पाबंद करवाने के लिए ज्ञापन सौंपा गया।
ऑल राजस्थान ट्यूरिस्ट कार एसोसिएशन की चेतक टेक्सी युनियन चित्तौडगढ के तत्वाधान में जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंप कार्यवाही की मांग की है।
चितौडगढ जिले से चारो दिशाओ में जाने वाले मुख्य नेशनल हाइवे पर तीन पहिया एवं चार पहिया ऑटो रिक्शा नियम के विरूद्व निर्धारित सीमा से बाहर यात्रियों और पर्यटकों को ले जा रहे है। जबकि इन ऑटो रिक्शा को परिवहन विभाग के द्वारा नगर परिषद सीमा में ही चलने की अनुमति दी जाती है। इसके विपरित ये ऑटो रिक्शा मुख्यालय से सवारियों बैठा कर श्रीसांवरियाजी, शनि महाराज, डबोक एयरपोर्ट, भीलवाडा, जोगणिया माता, नाथद्वारा कपासन जो कि मुख्य धार्मिक एवं दर्शनीय स्थल है वहां तक चले जाते है, इन स्थानों पर जाने क लिए अमूमन पर्यटक टैक्सी करना चाहते है। परन्तु ये ऑटो कम रेट कर के सवारी को भ्रमित करके ले जाते हैं। जिससे टैक्सी संचालको को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, हमारी टैक्सी कई दिनों खडी रह जाती है। जिससे हमारे परिवार का भरण पोषण में कठिनाई होती है।
हाल ही में ही एक तीन पहिया ऑटो अवैध रूप से क्षमता से अधिक सवारियां भरकर श्रीसावरियां जी ले जाते हुए उदयपुर नेशनल हाईवे के निकट होड़ा चौराहे के निकट पलट गया जिसमें सवार लगभग एक दर्जन सवारियों को चोटे आई फोटो में सवार सभी यात्री जिले के बाहर के थे इस वजह से वह किसी के सामने आए बगैर ही लौट गए।
अवैध ऑटो रिक्शा चालकों के बिना टैक्स, बीमा, फिटनेस, परमिट आदि नहीं होते हुए भी धड़ल्ले से वाहन चला रहे है। जिसकी परिवहन विभाग के निरीक्षकों के द्वारा समय समय पर चेकिंग भी नही की जाती है। इससे दुर्घटना होने पर यात्रियों और प्रशासन इसका हर्जाना भुगतना पड़ता हैं , साथ ही माहौल बिगड़ने पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कराना पड़ता है।
अवैध वाहनों से सरकार को राजस्व की हानि हो रही है । खिलाफ कार्यवाही नही होने पर चक्का जाम व भूख हडताल करेगें।