चित्तौड़गढ। जिलें में कोरोना से बचाव के लिये चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने कमर कस ली है, कोरोना वायरस के संक्रमण बढ़ने के कवायद शुरू हो गई है। कारोना से बचाव के जतन व उपचार को लेकर संक्रमण को रोकने हेतु राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित कर तैयारीयो की समीक्षा की गई।
इनफ्लुएंजा (आई एल आई) जैसी गंभीर बीमारी तीव्र श्वसन संक्रमण सीवियर एक्यूट रेस्पिरेट्री इनफेक्शन और निमोनिया जैसी रोगियों पर सतत निगरानी की जायेगी।
इन रोगियों पर विशेष निगरानी
मुख्य चिकित्सा एंव स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रामकेश गुर्जर ने बताय कि इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी आई एल आई गंभीर तीव्र स्वसन संक्रमण सीवियर एक्यूट रेस्पिरेट्री इनफेक्शन फॉर निमोनिया रोगियों के साथ विशेष रुप से एतिहात बरती जाकर सेम्पलिंग को बढ़ाया जायेगा।
संक्रमित रोगियो को होम आइसोलेशन व गंभीर अवस्था में अस्पताल में भर्ती कर आवश्यक इलाज के निर्देश दिये गये है। हाई रिस्क ग्रुप में बच्चे, वृद्धजन, गर्भवती महिलाये और जिन्हे एक से अधिक रोग हो।
एडवाईजरी जारी कर अपील
आमजन घबराये नही कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर का पालन करे। सर्दी, खासी, जुकाम होने पर तुरंत चिकित्सक की परामर्श से आमूल उपचार ले। घबराने की कोई आवश्यकता नही पर सर्तकता जरूरी है।
26 दिसम्बर को होगी मॉक ड्रिल
विडीयो कॉन्फ्रेन्सिंग में अतिश्रिक्त मुख्य सचिव चिकित्सा एंव स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि 26 दिसम्बर को जिला प्रशासन के जिला, खण्ड, तहसील स्तर के एंव चिकित्सा विभाग के अधिकारी संयुक्त रूप से समस्त चिकित्सा संस्थान में उपलब्ध संसाधनो, उपकरणो , जांच, दवाओ, बैड एंव मानव संसाधन की मॉक ड्रिल की जाएगी।
वीसी में डॉ. दिनेश वैष्णव, डॉ. मिठ्ठा लाल, डॉ. अनिल गर्ग, डॉ. मुनेष बैरवा, खुशवन्त कुमार हिण्डोनिया, आर के सिह, डॉ. वैशाली उपस्थित रहे।