चित्तौड़गढ़। कांग्रेस का 139 वाँ स्थापना दिवस जिला अध्यक्ष भेरू लाल चौधरी की उपस्थिति में जिला कांग्रेस कार्यालय के बंद कमरे में मनाया गया, इस कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस पार्टी की रीति नीति पर चर्चा कम हुई जबकि इस पूरे कार्यक्रम के दौरान जिले की पांचो विधानसभा सीटों पर कांग्रेस का सुपड़ा साफ होने पर अधिक बवाल देखा गया वही
पहली बार इस पूरे कायर्क्रम को मीडिया से दूर रखना जन चर्चा का विषय बना रहा। वही पूरे कार्यक्रम में बंद कमरे में चुनावों में पराजित प्रत्याशियो ने पार्टी के विरुद्ध काम करने वालों पर कार्यवाही क़ी मांग भी क़ी। कार्यक्रम की समाप्ति के बाद जिला अध्यक्ष भेरूलाल चौधरी ने बताया कि गुरुवार को कांग्रेस का 139 वां स्थापना दिवस जिला कांग्रेस कार्यालय में मनाया गया। जिसमें कांग्रेस की रीती नीतियों के साथ आने वाले लोकसभा चुनाव पर भी मंथन किया गया, वहीं उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सभी विधानसभा सीटों पर पराजय से कुछ प्रत्याशियों और
पदाधिकारी ने पार्टी के विरुद्ध कार्य कर रहे पदाधिकारी और कायर्कतार्ओं पर कायर्वाही करने की बात भी की है, जिस पर एलमंथन किया जा रहा है। बैठक में डेयरी अध्यक्ष व बड़ी सादड़ी प्रत्याशी बद्रीलाल जाट जगपुरा ने बताया कि जिस तरह से पार्टी को माँ कहने वाले पदाधिकारीयों और कार्यकर्ताओं ने माँ के खिलाफ काम किया है जो कि घृणित काम है। पार्टी क़ी पांचो विधानसभा सीटों पर करारी शिकस्त हुई है, इस पराजय में कांग्रेस के बहुत से कार्यकर्ताओ और पदाधिकारी पाटीर् के विरुद्ध कायर् कर रहे थे। इस मुद्दे को उठाने पर पाटीर् के कुछ कायर्कतार्ओं और पदाधिकारी ने विरोध भी किया लेकिन सत्यता यह है कि पाटीर् अंदरूनी तौर पर अलग चल रहे, कायर्कतार्ओं और पदाधिकारी के कारण ही पाटीर् की हार
हुई है, जिस पाटीर् में सच्चे सिपाही का मान सम्मान नहीं हो तो ऐसी पाटीर् में रहने से अच्छा है कि पाटीर् को छोड़ दिया जाए। कांग्रेस प्रत्याशी सुरेंद्र सिंह जाड़ावत ने बताया कि आज पाटीर् का स्थापना दिवस मनाया गया है जिसमें 14 जनवरी
से राहुल गांधी की प्रस्तावित यात्रा और पाटीर् की रीती नीतियों पर विचार विमशर् किया गया है। साथ ही आगामी लोकसभा चुनाव में पाटीर् की जीत पर भी मंथन किया गया। इस दौरान सभापति संदीप शमार्, महेंद्र शमार्, हनुमंत सिंह, रणजीत लोठ, विक्रम जाट, अनिल सोनी, रोशन लाल जाट, श्रीलाल अहीर, रविंद्र सिंह, नगेंद्र सिंह राठौड़, एहसान पठान, शंभूलाल सुथार, सैयद असलम अली, सूरजमल पाटीदार, कमल गुजर्र, करण सिंह सांखला, आजाद पालीवाल, अंबालाल शमार्, लोकेश जाट, विजय चैहान, राजदीप सिंह राणावत, विजय चैधरी, नवरत्न जीनगर, शंभूलाल प्रजापत, राकेश गारू, टिंकू दमानी, राजेश सरगरा, दुगार् शंकर तिवारी, गौतम विजयवगीर्य, शैलेंद्र सिंह शक्तावत, इम्तियाज हुसैन, नरेंद्र विजयवगीर्य, रामेश्वर लाल अहीर, उदय लाल रेगर, रमेश चंद्र लड्ढा, विनोद कुमार लड्डा, मोहनलाल गाडरी, नानालाल अहीर सहित कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी उपस्थित थे।