चित्तौड़गढ़। बून्दी रोड स्थित कोमी एकता के प्रतीक मेवाड़ के महान सूफी संत हजरत सैयद सरदार अहमद कादरी चिश्ती अशरफी रहमतल्तुल्लाह अलैह का 22वां सालाना उर्स मुबारक पर आज चादर शरीफ का जुलुस निकाला जायेगा।

सज्जादानशीन हाजी मोहम्मद सलीम अशरफी ने बताया कि हर साल की तरह चादर शरीफ का जुलूस दिन में 4 बजे अशरफी सा. की खानकाह से शुरू होकर दरगाह शरीफ पहुंचेगा। मक्का शरीफ, मदीना शरीफ, बगदाद शरीफ, किछोछा शरीफ, अजमेर शरीफ, अशरफी सा. के मुरीदों व जायरीन की चादर पेश की जायेगी। रात को हाजी सज्जादानशीन मौलाना मोहम्मद सलीम अशरफी व सज्जादानशीन युसुफ अशरफी की सदारत में सैयद नकीबे अहले सुन्नत सय्यद शाज़ उर्फी हैदराबाद नातिया कलाम पढेगें व जलसे की निजामत मौलाना अब्दुल रशीद बरकाती करेंगे व ओलादे गोसे आजम हजरत सैयद मोहम्मद अशरफ साहब तकरीर फरमाएंगे व नबीराऐ मखदुम मिल्लत हजरत मौलाना मुफ्ती उस्मान गनी अशरफी अलअजहरी व नबीराऐ मखदुम मिल्लत मोलाना जुबेर अशरफी अलअजहरी, नबीराऐ मखदुम मिल्लत मोलाना जुनेद अशरफी, तकरीर फरमाएंगे। रात्री 3 बजे अशरफी सा. के मजार शरीफ पर गुस्ल की रस्म अदा की जायेगी। साथ ही सलीम अशरफी ने बताया कि मामा भान्जे की दरगाह से अशरफी सा. की दरगाह तक गुम्बद पर आकर्षक विद्युत सज्जा की गई।