जिप की साधारण सभा की बैठक में जनप्रतिनिधियों ने ली अधिकारियों की क्लास

Share:

Facebook
Twitter
WhatsApp
Email
Telegram

चित्तौड़गढ़। जिला परिषद की शुक्रवार को जिला ग्रामीण विकास अभिरकरण के सभागार में आयोजित साधारण सभा की बैठक में जिला प्रमुख सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने जनहित के कई मुद्दों को लेकर अधिकारियों की क्लास ले डाली। इस दौरान कई अधिकारी बगले झांकते नजर आये। जिला प्रमुख डाॅ. सुरेश धाकड़ आलाधिकारियों की गैर मौजूदगी पर उखड़ते नजर आये। बैठक की शुरूआत में जिला प्रमुख सहित विधायक चंद्रभान सिंह आक्या, अर्जुन जीनगर, ललित ओस्तवाल, उपजिला प्रमुख भूपेंद्र सिंह बड़ौली सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने विद्युत, जलदाय विभाग, महिला एंव बाल विकास विभाग, अवैध बजरी परिवहन, जलजीवन मिशन सहित विभिन्न विभागों के मुद्दो को लेकर सम्बन्धित अधिकारियों की क्लास लेते हुए समयबद्ध समस्याओं के निस्तारण पर जोर दिया।

छाया रहा फ्यूल चार्ज का मुद्दा

बिजली के बिलों में फ्यूल चाजर् का मुद्दा उठाते विद्युत निगम के अधीक्षण अभियंता को घेरते फ्यूल चाजर् का ब्यौरा लेने पर जिले में वषर् में 120 करोड़ का अतिरिक्त राशि निगम द्वारा वूसली करना पाया गया। जनप्रतिनिधियों ने कहा कि एक ओर राज्य सरकार महंगाई राहत के नाम पर 200 यूनिट फ्री बिजली देने की बात पर वाहवाही लूट रही है, वही दूसरी ओर पिछले एक वषर् मंे इस बार अधिकांश विद्युत उपभोक्ताआंे के बिल निगम द्वारा फ्यूल चाजर् के नाम पर काफी बढी हुई राशि के प्राप्त हो रहे है। ऐसे में राहत की बात बेमानी साबित हो रही है। जनप्रतिनिधियों ने वषार्काल में जगह-जगह विद्युत तारों की नीचे होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसी स्थिति में कई जगह विद्युत दुघर्टनाएं घटित हो रही है, जिसके लिये विद्युत निगम जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि बारीश के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों मंे वीसीआर भरने की आवश्यकता नहीं है, वही सामान्य दिनों मंे वीसीआर भरने का समय प्रातः 9 से सांय 5 बजे के बीच किया जाना चाहिए। विधायक आक्या ने विद्युत निगम को धुत्तक मंडल करार दिया।

क्रमोन्नत विद्यालयों में शिक्षकों का अभाव

जनप्रतिनिधियों ने कहा कि एक ओर राज्य सरकार द्वारा विद्यालयों को क्रमोन्नत करने व हिन्दी से अंग्रेजी माध्यम विद्यालय बनाने का श्रेय लिया जा रहा है, वही दूसरी ओर क्रमोन्नत विद्यालयों में शिक्षकों के अभाव से बच्चों के भविष्य संकट में है। उन्होंने कहा कि एकाएक हिन्दी माध्यम विद्यालयों को अंग्रेजी मंे परिवतिर्त करने से ग्रामीण क्षेत्र के कई बच्चों को पढाई मंे दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, ऐसे में जिला शिक्षाधिकारी को इन समस्याओं को शीघ्र सुधारने के लिये निदेर्शित किया।

परिवहन विभाग की चौथ वसूली व बजरी का उठाया मुद्दा

बैठक में जनप्रतिनिधियों एंव जिला परिषद सदस्यों ने परिवहन विभाग की चौथ वसूली पर मौजूद सहायक परिवहन अधिकारी को घेरते हुए कहा कि अनावश्यक जिले वासियों को वसूली के नाम पर परेशान नहीं किया जाए। वही दूसरी ओर खनन विभाग को अवैध बजरी के परिवहन व बिना अनुमति के बजरी स्टाॅक करने पर कार्यवाही के निर्देश दिये।

पाईप लाईन के नाम पर दो-दो हजार की वसूली

जनप्रतिनिधियों ने जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता को जल जीवन मिशन योजना के तहत कनेक्शन व पाईप लाईन बिछाने के नाम पर जनता से दो-दो हजार रूपयें वसूलने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए बताया कि इस योजना के तहत केंद्र व राज्य सरकार द्वारा 45-45 प्रतिशत राशि उपलब्ध कराने के बाद शेष 10 प्रतिशत राशि जन सहयोग से ली जानी चाहिए, उसकी बजाय हर घर जल हर घर नल को लेकर ग्रामीण उपभोक्ताओं से राशि वसूलना विभाग की नाकामी साबित करता है।

विभिन्न विभागों के कार्यों की ली जानकारी

बैठक में विधायकों, प्रधानों एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा उठाए गए विभिन्न प्रकरणों पर अधिकारियों के समक्ष चर्चा कर आवश्यक निर्देश दिए गए। इसके अलावा महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा किए जा रहे पोषाहार वितरण, जलग्रहण विभाग के विभिन्न कार्यों की समीक्षा की गई। इस अवसर पर विधायक चंद्रभान सिंह आक्या, ललित कुमार ओस्तवाल, अर्जुन लाल जीनगर, उप जिला प्रमुख भूपेंद्र सिंह बडोली, सहकारी भूमि विकास बैंक अध्यक्ष बद्रीलाल जाट एवं पंचायत समितियों के प्रधान, जिला परिषद सदस्यों ने जनहित से जुड़े मुद्दे उठाए। बैठक में सीईओ धायगुडे स्नेहल नाना, एसीईओ राकेश पुरोहित सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।

 

Leave a Comment