चित्तौड़गढ़़। राजस्थान सरकार के केबिनेट मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा द्वारा पुलिस अधिकारियों के साथ किये गये व्यवहार की निन्दा करते हुए राजस्थान सेवानिवृत्त पुलिस कल्याण संस्थान के नेतृत्व में विभिन्न संगठनों ने कलेक्टेªट चैराहे पर मानव श्रृंखला बनाकर विरोध प्रदशर्न कर मंत्री डॉ मीणा का पुतला जलाकर मुख्यमंत्री व राज्यपाल के नाम जिला कलेक्टर व एसपी को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया कि डॉ मीणा जैसे राजनेता लोग पुलिस अधिकारियों का मनोबल गिरा रहे हैं। एक महिला पुलिस अधिकारी कविता शमार् को उसके निवास स्थान पर जाकर मंत्री ने असम्मान जनकभाषा का प्रयोग करते हुए महिला पुलिस अधिकारी को डराया, धमकाया डांट फटकार लगाई। इसी तरह आए दिन उनके द्वारा पुलिस अधिकारियों को डराना धमकाना जारी है। पूवर् में भी सवाईमाधोपुर एसपी के बंगले पर जाकर जन सुनवाई करने लग गये, जो गलत था। बच्चों को भयभीत किया। बजरी माफियाओं से मिलकर पुलिस अधिकारियों के खिलाफ एक षड्यंत्र कर उनको डराया धमकाया और बजरी माफियाओं के ट्रक ट्रेक्टर उनकी मौजूदगी में अवैध खनन कर निकाले गए। पूवर् में उदयपुर के एक पुलिस अधिकारी के थप्पड़ मार दिया जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि मंत्री पुलिस अधिकारियों के खिलाफ जनता में एक गलत माहौल वातावरण तैयार कर रहे हैं जो सरकार के लिए और आमजन के लिए घातक है। ऐसे सम्मानजनक पद पर रहते हुए ऐसी भाषा और ऐसा कृत्य किया जा रहा है जिससे पूरे पुलिस विभाग के अधिकारियों और कमर्चारियो के कायर् शैली पर प्रश्न लगाया गया। इस प्रकार पुलिस के पदाधिकारी व कमर्चारियों को अनैतिक तौर पर डराया धमकाया जा रहा है। ऐसे लोगों के बीच पुलिस विभाग कैसे काम कर पाएगा और न्यायपूणर् कायर् जो पुलिस विभाग द्वारा किया जा रहा था उसमें अगर इस तरह से अभद्र भाषा का प्रयोग कर किसी भी पुलिस के अधिकारी व कमर्चारियों को डराया धमका कर राज्य कमर्चारी के कायर् में बाधा पहुंचा रहे है, ऐसे अनैतिक कायोर्ं पर कमर्चारियों के हितों की लड़ाई व पुलिस पेंशनसर् के हितों की लड़ाई लड़ने के लिए ही हमारा संगठन खड़ा किया है। राजस्थान सेवा निवृत पुलिस कल्याण संस्थान ऐसे राजनेताओं या कोई भी व्यक्ति जो पुलिस कमर्चारियो को डरायेगा धमकाएगा तो इसका विरोध हमारा संगठन पूरे जोश खरोश के साथ करेगा। चाहे वह कितना ही बड़ा व्यक्ति हो या कितना ही बड़ा राजनेता हो और हमारे परिवार के लोगों को इस तरह से किसी भी राजनेता द्वारा डराया या धमकाया जाएगा तो उनके खिलाफ धरना प्रदशर्न कर कानूनी कारर्वाई करने के लिए संगठन हमेशा तैयार है। इस दौरान ओमप्रकाश उपाध्याय, लाल सिंह भाटी, अमर कण्ठ उपाध्याय, फैज मोहम्मद, पृथ्वी सिंह हाड़ा, लक्ष्मीनारायण दशोरा, गिरिराज प्रसाद, शिवशंकर व्यास, गोवधर्न सिंह भाटी, शिव शमार्, चंद्रशेखर, शशि रंजन, बद्री लाल सांगोत, गोपालकृष्ण राठी, सोहन पन्डिया, यशवंत दशोरा, शंभूगिरी, मुस्ताक खान, भवानी सिंह, मोहम्मद तसलीम, कंवर पाल, रतनलाल, शोभा लाल, भेरूलाल, सत्तार खान, अजर्ुन सिंह, रामजस कोठारी, धनराज, किशनसिंह, अजर्ुनसिंह, बद्रीलाल, अमरसिंह, लक्ष्मीलाल, कन्हैयालाल, भगवानलाल, इशाक मोहम्मद, गिरीश, भगवतसिंह, भुनेश्वर, भेरूगिरी, भारतसिंह, लक्ष्मणसिंह भाटी, शिवलाल, प्रताप सिंह सहित समस्त संगठन के पदाधिकारी, साथी सम्मिलित रहे।
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